मुंबई। भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में निवेश की बाढ़ आ गई है। 2024 में अब तक 50 बिलियन डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले साल से 35% अधिक है।
स्टार्टअप बूम
उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बन गया है। वर्तमान में देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है।
टेक्नोलॉजी और फिनटेक सेक्टर में सबसे ज्यादा निवेश देखा जा रहा है। AI, मशीन लर्निंग और ब्लॉकचेन आधारित स्टार्टअप्स को निवेशकों की खास पसंद मिल रही है।
सरकारी सहयोग
सरकार ने स्टार्टअप इंडिया योजना के तहत कई सुविधाएं दी हैं। टैक्स में छूट, आसान लोन और मेंटरशिप प्रोग्राम से युवा उद्यमियों को बढ़ावा मिल रहा है।
वाणिज्य मंत्री ने कहा, "हमारा लक्ष्य 2030 तक 500 यूनिकॉर्न बनाना है। स्टार्टअप्स रोजगार सृजन और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।"
विदेशी निवेशकों की भी भारतीय स्टार्टअप्स में गहरी रुचि है। अमेरिका, सिंगापुर और जापान के निवेशक सबसे आगे हैं। एडटेक, हेल्थटेक और ई-कॉमर्स सेक्टर में भी तेजी देखी जा रही है।
