न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को बड़ी कूटनीतिक सफलता मिली है। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को व्यापक समर्थन मिला है।
कूटनीतिक सफलता
विदेश मंत्री ने इसे भारत की बढ़ती वैश्विक साख बताया। उन्होंने कहा, "यह भारत की जिम्मेदार वैश्विक नेतृत्व की पहचान है। हम विकासशील देशों की आवाज को मजबूती से उठा रहे हैं।"
प्रस्ताव में विकासशील देशों को हरित ऊर्जा के लिए वित्तीय सहायता, तकनीकी हस्तांतरण और क्षमता निर्माण पर जोर दिया गया है। 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में 13 देशों ने इस प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।
वैश्विक प्रतिक्रिया
यूरोपीय संघ ने भारत के प्रस्ताव की सराहना की है। अमेरिका और ब्रिटेन ने भी इसका स्वागत किया। चीन और रूस ने भी समर्थन दिया, जो भारत की कूटनीति की बड़ी सफलता है।
पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रस्ताव जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मील का पत्थर साबित होगा। भारत ने 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य रखा है और इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है।
